रविवार, 13 नवंबर 2011

सुधर जाओ अमेरिका वरना???


अमेरिका लगातार अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है ओर जहाँ एक तरफ वो भारत से दोस्ती का नाटक कर रहा है तो वहीँ दूसरी ओर कहीं न कहीं वो मौका पा कर खंजर से वार करने पर भी नहीं चूक रहा है....इसका सबसे बड़ा उदहारण उसने भारत के पूर्व राष्ट्र-पति डाक्टर ऐ.पी जे.अब्दुल कलाम के सुरक्षा जाँच के नाम पर किये गए दुर्व्यवहार मैं दिखा दिया की वो दिखने मैं कुछ है ओर असल मैं कुछ ओर है....पर बात यहाँ पर ये उठती है की ये कोई पहली घटना नहीं है इससे पहले भी अमेरिका ने कलाम साहेब के साथ सुरक्षा के नाम पर दुर्व्यवहार किया था जो की कहीं न कहीं अशोभनीय है ओर इस घटना से न सिर्फ कलाम साहेब का अपमान हुआ है बल्कि कहीं न कहीं भारत का भी अपमान हुआ है...इतना सब कुछ होने के बाद भी सरल स्वाभाव वाले हमारे पूर्व राष्ट्रपति ने इस मुद्दे पर भी कोई खास प्रति -क्रिया व्यक्त नहीं की...पर लगातार जिस हिसाब से अमेरिका का भारत के वी .वी .आई .पी.ओ के साथ सुरक्षा के नाम पर ऐसा बाहियात सा वर्ताव किया जा रहा है वो काफी आलोचनात्मक है...ओर हर बार की तरह अमेरिका गलती करने के बाद माफ़ी भी मांग लेता है जो की उसकी हमेसा से आदत रही है!! पर आखिर कब तक वो हमारे देश के अति-विशिष्ठ व्यक्तियों के साथ अमेरिका ऐसा वर्ताव करेगा...ओर अमेरिका ये न भूले की उसके यहाँ के भी अति-विशिष्ठ मेहमान हमारे यहाँ मेहमान बनकर आते है ..ओर कहीं ऐसा न हो जाये की अब हमारे सब्र का बांध टूट जाये ओर हम भी सुरक्षा के नाम पर उनके साथ दुर-व्यवहार अपनाना शुरू कर दे...कहीं अमेरिका की ये निति उसपर खुद भरी न पर जाये इसलिए समय रहते अमेरिका को ये अच्छी तरह समझ लेना चाहिए की वक़्त सबका आता है...अमेरिका को अपनी ये दोहरी निति बंद करके इंसानियत अपना लेना चाहिए !!!ओर भारत सरकार को भी कम से कम अपनी प्रतिष्ठा का ख्याल करते हुए अमेरिका के इस व्यवहार के प्रति उचीत करवाई की मांग करे ...आखिर कब तक हमारे देश के अति -विशिष्ठ व्यक्तिओ के साथ ऐसा दुर-व्यवहार होगा ...ये वक़्त है अमेरिका को साफ़ तौर पर हिदायत देने का !!!

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